तुलसीदास
तुलसीदास वाल्मीकि के अवतार थे उनके गुरु रामानंद थेl इंहोनेअपनी रचनाओं में हिंदी और अवधी भाषा का अधिक प्रयोग किया है
इनकी रचनाओं की भाषा अवधी ही अधिक रही है
इनकी प्रमुख रचनाएँ गीतावली ,कवितावली, दोहावली, विनयपत्रिका आदि हैै
तुलसिदास संत कवि थे।
रामचरितमानस इनका गौरव ग्रन्थ है।
श्रीरामचरितमानस को विश्व के 100 सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय काव्यों में 46वाँ स्थान दिया गया।
इसमें राम जी की पूरी कहनी सम्पूर्ण जीवन की सभी घटनाओं को लिखा गया है राम विष्णु का अवतार थे ये भी इसमें बताया गया है
इनके पिता का नाम आत्माराम शुक्ल था
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