पुष्प मेरे जीवन का

                 
वो पुष्प मेरे जीवन का
 खिलनेे से पहले ही तोड़ लिया
हे ईश्वर तुने मुझे
 क्यों बीच राह में छोड़ दिया 
धड़कन सासें उसे पुकारे 
आ जाए कही से वो


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